आंकड़ों से आइये रोटी बनाएं हम
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आइये आंकड़ों से रोटी बनाएं हम
आंकड़ो की दाल-सब्जियां पकाएं हम
आंकड़ों से आइये रोटी बनाएं हम
खाली खाली थालियाँ, कटोरियां
खाली गिलास पेट में सजाएं हम ।
आंकड़ों से आइये रोटी बनाएं हम
आंकड़ों की हो ज़मीन, आंकड़ों के बीज हों
आंकड़े हल-बैल हों,आंकड़े मजदूर हों
आंकड़ों से आइये रोटी बनाएं हम
आंकड़ा ही खेत हो,आकड़ा ही खाद हो
आंकड़ो की धार से पानी पिलायें हम
आंकड़ों से आइये रोटी बनाएं हम
आंकड़े खलिहान हों,आंकड़े दरबान हों
आदमी भूखा मरे,आंकड़े बलवान हों
आंकड़ों से आइये रोटी बनाएं हम
आंकड़े है देवता,आंकड़े है धूप- दीप
आंकड़े कपूर हो,प्रसाद भी हो आंकड़ा
आंकड़ा को आंकड़ा ऐसे चढ़ायें हम
आंकड़ो खेल हो,आंकड़ों का मेल हो
दिया आंकड़ों का हो,आंकड़ो तेल हो
अंधेर महंगाई का ऐसे जलाएं हम
चलो आंकड़े की फसल उगायें हम
आंकड़ों से आइये रोटी बनाएं हम
गिरिराज भंडारी
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आइये आंकड़ों से रोटी बनाएं हम
आंकड़ो की दाल-सब्जियां पकाएं हम
आंकड़ों से आइये रोटी बनाएं हम
खाली खाली थालियाँ, कटोरियां
खाली गिलास पेट में सजाएं हम ।
आंकड़ों से आइये रोटी बनाएं हम
आंकड़ों की हो ज़मीन, आंकड़ों के बीज हों
आंकड़े हल-बैल हों,आंकड़े मजदूर हों
आंकड़ों से आइये रोटी बनाएं हम
आंकड़ा ही खेत हो,आकड़ा ही खाद हो
आंकड़ो की धार से पानी पिलायें हम
आंकड़ों से आइये रोटी बनाएं हम
आंकड़े खलिहान हों,आंकड़े दरबान हों
आदमी भूखा मरे,आंकड़े बलवान हों
आंकड़ों से आइये रोटी बनाएं हम
आंकड़े है देवता,आंकड़े है धूप- दीप
आंकड़े कपूर हो,प्रसाद भी हो आंकड़ा
आंकड़ा को आंकड़ा ऐसे चढ़ायें हम
आंकड़ो खेल हो,आंकड़ों का मेल हो
दिया आंकड़ों का हो,आंकड़ो तेल हो
अंधेर महंगाई का ऐसे जलाएं हम
चलो आंकड़े की फसल उगायें हम
आंकड़ों से आइये रोटी बनाएं हम
गिरिराज भंडारी
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