हम बदलें या वो बदलें अब
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अब तो पौरूष शर्मशार हो
अब तो कब्र में गुनहगार हो
हम बदलें या वो बदलें अब
जो भी हो पर आर-पार हो
गिरिराज भंडारी
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अब तो पौरूष शर्मशार हो
अब तो कब्र में गुनहगार हो
हम बदलें या वो बदलें अब
जो भी हो पर आर-पार हो
गिरिराज भंडारी
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