पर
निजाम गूंगा और बहरा है
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जख़्म
लगा जो बहुत गहरा है
पर
निजाम गूंगा और बहरा है
और
मरहम न लगा दे कोई
सोचिये,
इस बात पे भी पहरा है
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गिरिराज भंडारी
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